आधार कार्ड को लेकर अभी-अभी सूचना जारी किया गया है कि आधार कार्ड की मदद से आप जन्म प्रमाण पत्र में सुधार नहीं कर सकते हैं। लेकिन अन्य सभी सरकारी कामों में आप आधार कार्ड की सहायता से लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
कुछ ऐसे सरकारी काम होते हैं जिसमें आधार का होना बहुत ही जरूरी होता है। जैसे – राशन कार्ड बनवाने के लिए आपको आधार कार्ड की बहुत ही जरूरी होता है। अगर आपका आधार कार्ड नहीं है तो राशन कार्ड नहीं बन सकता है। आप सरकारी लाभ उठाने से वंचित हो सकते हैं।
आधार कार्ड में कितने अंक होते हैं ?
आधार कार्ड में कुल 12 अंक होते हैं। आधार नंबर यूआईडीएआई द्वारा जारी किया जाता है। यह एक पहचान संख्या होती है। इसका कोई वैसा महत्वपूर्ण कारण नहीं होता है कि आधार नंबर 12 अंक का ही क्यों होता है।
सर्वोच्च न्यायालय का सबसे बड़ा फैसला :-
सर्वोच्च न्यायालय ने 2018 में कहा था कि बैंक खाता और मोबाइल नंबर को आधार कार्ड से जोड़ने की जरुरत नहीं है। किसी स्कूल और कॉलेज में नाम लिखवाने के लिए आधार कार्ड का नंबर की जरूरत नहीं होगा। लेकिन अभी भी स्कूल और कॉलेज में नाम लिखवाने के समय छात्रों से आधार नंबर मांगा जाता है।
पहला आधार कार्ड किसका बना था ?
पहला आधार कार्ड सितंबर 2010 में एक महराष्ट्र राज्य के निवासी का बना था। वह एक महिला थी जिनका नाम रंजना सोनवाने है। वह महाराष्ट्र के नंदुबार जिले की निवासी हैं।
आधार कार्ड के जनक कौन हैं ?
नंदन एम. नीलेकणी को आधार कार्ड का जनक कहा जाता है। इन्हें UIDAI का पहला अध्यक्ष चुना गया था। नंदन नीलेकणि इंफोसिस के सह-संस्थापक थे।
आधार कार्ड के बारे में कुछ रोचक तथ्य : –
- भारत में किसी को भी 2 आधार कार्ड नहीं दिया जा सकता है।
- ये आपको नहीं पता होगा कि 1 मोबाइल नंबर को 2 आधार कार्ड से जोड़ा जा सकता है।
- जिस तरह से ड्राइविंग लाइसेंस या पासपोर्ट की वैद्यता होती है, आधार कार्ड नहीं होती है। इसे आप जीवन भर उपयोग कर सकते हैं।
आधार कार्ड चोरी हो जाए तो क्या करे ?
अगर आपका आधार कार्ड चोरी हो जाता है तो निकटतम एजेंसी पर जाकर तुरंत कम्प्लेन दर्ज कराएं। इस टेंशन और दुरूपयोग से बचने के लिए अपने आधार कार्ड को लॉक करें। इससे ये फायदा होगा कि अगर आपका आधार कार्ड चोरी भी हो जाए तब भी कोई आपके आधार कार्ड को बिना आपके परमिशन के एक्सेस नहीं कर पायेगा।
आधार कार्ड योजना कब शुरू हुई : –
आधार कार्ड योजना भारत में 1 जनवरी 2013 को लागू हुआ था। इसी वर्ष सितम्बर में सुप्रीम कोर्ट ने एक अहम फैसला लिया। सुप्रीम कोर्ट के अनुसार आधार कार्ड उतनी जरुरत दस्तावेज नहीं है जितनी उस समय की सरकार बताती थी।
अगर आधार का डाटा लीक हो जाए तो क्या हो सकता है ?
आपका अगर पर्सनल डेटा लीक हो जाता है तो सिर्फ आपकी पहचान ही लीक नहीं होगी बल्कि इसके साथ ही कुछ और भी नुक्सान हो सकते हैं। कुछ केस में तो हैकर्स और फ्रॉड लोग तो किसी व्यक्ति का आधार कार्ड और पैन कार्ड की मदद से बैंक अकाउंट से पैसे भी निकाल लिए हैं।